मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश पुलिस में आरक्षी नागरिक पुलिस के पदों पर चयन के लिए आयोजित परीक्षा-2023 को निरस्त करने का आदेश दिया है। यह परीक्षा 12 और 13 फरवरी को आयोजित की गई थी। परीक्षा रद्द करने के कारणों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि परीक्षा के पेपर लीक होने की सूचनाएं मिली थीं। उन्होंने कहा कि परीक्षा की शुचिता बनाए रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
UPP Constable उम्मीदवारों की प्रतिक्रिया
परीक्षा रद्द होने से उम्मीदवारों में निराशा का माहौल है। उम्मीदवारों ने मुख्यमंत्री से परीक्षा जल्द से जल्द आयोजित करने की मांग की है।
परीक्षाओं की शुचिता और सरकारी कदम
यह पहली बार नहीं है जब योगी सरकार ने परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया है। 2022 में, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) द्वारा आयोजित प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा (PCS) भी पेपर लीक होने के कारण रद्द कर दी गई थी।
परीक्षा रद्द होने के प्रभाव
परीक्षा रद्द करने का सरकार के राजस्व पर भी प्रभाव पड़ता है। परीक्षा आयोजित करने में लाखों रुपये खर्च होते हैं। परीक्षा रद्द होने से यह राशि व्यर्थ हो जाती है।
परीक्षा रद्द होने से उम्मीदवारों को भी नुकसान होता है। उम्मीदवार परीक्षा की तैयारी में महीनों तक मेहनत करते हैं। परीक्षा रद्द होने से उनकी मेहनत व्यर्थ हो जाती है।
सरकार को परीक्षाओं की शुचिता बनाए रखने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। परीक्षा लीक होने की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े इंतजाम किए जाने चाहिए।
आगे की राह
उम्मीदवारों को भी धैर्य रखना चाहिए। सरकार परीक्षा जल्द से जल्द फिर से आयोजित करेगी। उम्मीदवारों को परीक्षा की तैयारी जारी रखनी चाहिए।
कैसे सरकार परीक्षाओं की शुचिता बनाए रखने के लिए ठोस कदम उठा सकती है:
- परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाना चाहिए।
- परीक्षा केंद्रों पर जैमर लगाए जाने चाहिए।
- परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने चाहिए।
- परीक्षा की गोपनीयता बनाए रखने के लिए कड़े इंतजाम किए जाने चाहिए।
उम्मीदवारों को भी परीक्षा में धांधली करने से बचना चाहिए। परीक्षा में धांधली करने पर कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।